भारत में लैपडॉग
देश के गद्दारों को ..... अब इस नारे का प्रयोग सत्ता के दलालों को चंद पैसे के लिए देश बेचकर, देश का सौदा करने वाले, धंधा करने वाले कोठे के दलालों को सबक सिखाने का समय आ गया है।
भारत के कुछ मीडिया हाउस ऐसे हैं जिन्हें अक्सर "गोदी मीडिया" कहा जाता है, क्योंकि वे सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति पक्षपाती माने जाते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि ये पूरी तरह से सरकार के नियंत्रण में हैं, लेकिन इनकी रिपोर्टिंग में सरकार के समर्थन की झलक दिखती है। कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
देश के गद्दारों को .. (अनुराग ठाकुर)
1. **Republic TV** - अरनब गोस्वामी के नेतृत्व में, यह चैनल अक्सर BJP और मोदी की नीतियों का खुलकर समर्थन करता है।
2. **Zee News** - सुभाष चंद्रा का ये चैनल भी सरकार के प्रति नरम रुख रखने के लिए जाना जाता है।
3. **Aaj Tak** - इंडिया टुडे ग्रुप का हिस्सा, इसकी कुछ कवरेज में सरकार के प्रति पक्षपात देखा जाता है, खासकर बड़े एंकर जैसे सुधीर चौधरी के शो में।
4. **Times Now** - टाइम्स ग्रुप का चैनल, जो कई बार सरकार की लाइन के साथ चलता दिखता है।
5. **India TV** - रजत शर्मा का चैनल, जो अक्सर सरकार की तारीफ में कसीदे पढ़ता नजर आता है।
6. **News18 India** - रिलायंस के प्रभाव में, यह भी सरकार के प्रति सकारात्मक रुख रखता है।
7. **Sudarshan News** - यह खुलकर हिंदुत्व और BJP के एजेंडे को बढ़ावा देता है।
ये शब्द "आम तौर पर "गोदी मीडिया" टर्म का इस्तेमाल पत्रकार रवीश कुमार जैसे लोगों ने लोकप्रिय किया है, जिसका मतलब सरकार के प्रति आज्ञाकारी या "लैपडॉग" मीडिया से है। हालांकि, ये सभी चैनल स्वतंत्र रूप से काम करते हैं और इनके मालिक अलग-अलग हैं, जैसे अरनब गोस्वामी (Republic), सुभाष चंद्रा (Zee), या रिलायंस (News18)। इनकी आलोचना इस बात के लिए होती है कि ये सरकार की आलोचना कम करते हैं और कई बार सनसनीखेज या एकतरफा खबरें चलाते हैं।
क्या आप किसी खास चैनल के बारे में और जानना चाहते हैं?