मैं तो भावावेश में जल रही थी,तुने आवेश में जलाया,पापा-पापा मैंने की,ऎ पापी!तुने सती बनाया।-शम्भु चौधरी, एफ.डी़-453, साल्टलेक सिटी, कोलकाता-700106
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