डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले 24-25 फरवरी को भारत की यात्रा की थी । जिसमें लाखों लोगों को एक साथ बैठाया गया था। इसके पूर्व ही देश में तब तक कोरोना महामारी को लेकर सतर्कता जारी हो चुकी थी । विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना की महामारी से विश्व को सतर्क कर दिया था । भारत सरकार ने भी चीन से आने वालों को सतर्क कर दिया था । आज गुजरात में हर तरफ ‘‘नमस्ते ट्रंप’’ की चर्चा जोरों पर है । चीन के वुहान शहर को याद किया जा रहा है। सबको लगता है कि कहीं अहमदाबाद वुहान न बन जाए?
महाराष्ट्र में कोरोना: भारत में महाराष्ट्र को आर्थिक राजधानी के रूप में जाना-पहचाना जाता है । भारत के पश्चिमी तट पर स्थित मुंबई, महाराष्ट्र की राजधानी है । महाराष्ट्र की गिनती भारत के सबसे धनी एवं समृद्ध राज्यों में की जाती है। आज महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा 8590 पहुंच गया है। कल सोमवार दिनांक 27 अप्रैल को महाराष्ट्र में कोरोना के 522 नए मामले सामने आये। चार्ट देखें। पूरे महाराष्ट्र को छह मंडलों में विभाजित किया गया है। जिसमें कोकण मंडल में सात जिले आते हैं - मुंबई शहर, मुंबई उपनगर, रायगढ़, ठाणे, पालघर रत्नागिरी एवं सिंधुदूर्ग । नासिक मंडल में नासिक, धुले, नंदूरबार, जलगाव एवं अहमदनगर । पुणे मंडल में पुणे, सातारा, सांगली, सोलापूर एव कोंल्हापूर । औरंगाबाद मंडल में औरंगाबाद, जालना, परभणी, हिंगोली, बीड, नांदेड, उस्मानाबाद एवं लातूर । अमरावती मंडल में अमरावती, बुलढाणा, अकोला, वाशिम एवं यवतमाळ । नागपूर मंडल में नागपूर, वर्धा, भंडारा, गोंदिया, चंद्रपूर एवं गडचिरोली । यानी कि कुल छह मंडलों को 36 जिलों में बांटा गया है। जिसमें सबसे अधिक कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 5776 एवं मृत्यु 219 मुंबई शहर ‘मनपा’ से आते हैं जो कई सवाल खड़े कर देता है । जिस जगह तमाम शासन तंत्र, चिकित्सा के सभी सुख-सुविधाएं उपलब्ध है उसी जगह सबसे अधिक मामले शोचनीय है । वहीं आज अचानक से दिल्ली को पीछे छोड़ते हुए गुजरात का अहमदाबाद शहर रेड जोन में बदल चुका है। यानी कि इस शहर में पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगा है।
गुजरात में कोरोना: गुजरात पश्चिमी भारत में स्थित एक राज्य है। इसकी उत्तरी-पश्चिमी सीमा जो अन्तर्राष्ट्रीय सीमा भी है, पाकिस्तान से लगी है। राजस्थान और मध्य प्रदेश इसके क्रमशः उत्तर एवं उत्तर-पूर्व में स्थित राज्य हैं। महाराष्ट्र इसके दक्षिण में है। अरब सागर इसकी पश्चिमी-दक्षिणी सीमा बनाता है। इसकी दक्षिणी सीमा पर दादर एवं नगर-हवेली हैं। (*विकिपीडिया) पिछले बीस-बाईस सालों से यहाँ भारतीय जनता पार्टी की सरकार है । प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पंद्रह सालों तक यहां के मुख्यमंत्री बने रहे । उन्होंने भारत को गुजरात मॉडल की परिकल्पना दिखा कर केन्द्र की सत्ता में प्रधानमंत्री बने । आज जब इस कोरोना महामारी की बात आई तो वहाँ के अस्पतालों में लगी लंबी कतार और चिकित्सा के नाम पर जनता की हाहाकर दिल्ली के कानो तक भी नहीं पंहुच पा रही । शायद इस लिए भी कि गुजरात माॅडल की हवा निकल जाएगी। वर्तमान में राज्य के मुख्यमंत्री श्री विजय रूपानी हैं।
इनके वेबसाइट पर एक नजर दौड़ाने पर पता चला कि "Major Initiative" कालम में ई-गोवर्नस, शिक्षा, कृषि, महिला व बाल विकास, ग्लोबल वार्निंग एवं इंफ्रास्टैक्चर की बात तो है पर स्वास्थ्य व चिकित्सा की कोई योजना इनके मानस में नहीं दिखी। जिसे गुजरात मॉडल का नमूना माना जा सकता है । खोजते-खोजते इनके जब https://gujcovid19.gujarat.gov.in/ उक्त वेबसाइट पर गया तो पता चला कि कोरोना संक्रमित लोगों के 3548 में से 2378 संक्रमित लोग एवं मृत्यु 109 (162 Total Death) में सिर्फ अहमदाबाद से ही है। सूरत में 556 संक्रमित लोगों में (19 Death) और बोडौदा में 240 संक्रमित लोगों में (13 Death) मामले सामने आये हैं ।
आज गुजरात में हर तरफ ‘‘नमस्ते ट्रंप’’ की चर्चा जोरों पर है ।
आपको याद होगा इसी कोरोना महामारी के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पिछले 24-25 फरवरी को भारत की यात्रा पर आये थे और उनके साथ आयी थी उनकी विशाल टीम जो कई दिनों तक अहमदाबाद की सुरक्षा की जांच कर रही थी। इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान ट्रंप ने आगरा का ताज महल, नयी दिल्ली और अहमदाबाद की यात्रा की थी। अहमदाबाद के विशाल क्रिकेट स्टेडियम को राष्ट्रपति ट्रंप के स्वागत हेतु तैयार किया गया था । इसी अहमदबाद शहर में 700 करोड़ रुपये की लागत गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (जीसीए) के स्वामित्व वाले पुराने सरदार पटेल स्टेडियम को पूरी तरह तोड़कर नया बनाया गया । आज कोरोना की महामारी से पूरा अहमदाबाद कांप चुका है । सब कोई डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा को याद कर रहे हैं। जिसमें लाखों लोगों को एक साथ बैठाया गया था। इसके पूर्व ही देश में तब तक महामारी को लेकर सतर्कता जारी हो चुकी थी । विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना की महामारी से विश्व को सतर्क कर दिया था । भारत सरकार ने भी चीन से आने वालों को सतर्क कर दिया था । आज गुजरात में हर तरफ ‘‘नमस्ते ट्रंप’’ की चर्चा जोरों पर है । चीन के वुहान शहर को याद किया जा रहा है। सबको लगता है कि कहीं अहमदाबाद वुहान न बन जाए?
आज गुजरात में हर तरफ ‘‘नमस्ते ट्रंप’’ की चर्चा जोरों पर है ।
आपको याद होगा इसी कोरोना महामारी के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पिछले 24-25 फरवरी को भारत की यात्रा पर आये थे और उनके साथ आयी थी उनकी विशाल टीम जो कई दिनों तक अहमदाबाद की सुरक्षा की जांच कर रही थी। इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान ट्रंप ने आगरा का ताज महल, नयी दिल्ली और अहमदाबाद की यात्रा की थी। अहमदाबाद के विशाल क्रिकेट स्टेडियम को राष्ट्रपति ट्रंप के स्वागत हेतु तैयार किया गया था । इसी अहमदबाद शहर में 700 करोड़ रुपये की लागत गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (जीसीए) के स्वामित्व वाले पुराने सरदार पटेल स्टेडियम को पूरी तरह तोड़कर नया बनाया गया । आज कोरोना की महामारी से पूरा अहमदाबाद कांप चुका है । सब कोई डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा को याद कर रहे हैं। जिसमें लाखों लोगों को एक साथ बैठाया गया था। इसके पूर्व ही देश में तब तक महामारी को लेकर सतर्कता जारी हो चुकी थी । विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना की महामारी से विश्व को सतर्क कर दिया था । भारत सरकार ने भी चीन से आने वालों को सतर्क कर दिया था । आज गुजरात में हर तरफ ‘‘नमस्ते ट्रंप’’ की चर्चा जोरों पर है । चीन के वुहान शहर को याद किया जा रहा है। सबको लगता है कि कहीं अहमदाबाद वुहान न बन जाए?
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