भारत के अर्थशास्त्री जब तक वातानुकूलित चेम्बर में बन्द होकर विदेशी ज्ञान के बल पर भारत के भाग्य का फैसला करते रहेंगे तब तलक भारत के किसानों का कभी भला नहीं हो सकता। भारत में जो किसान सोना पैदा कर रहे हैं वे तो भूखों मर रहें हैं और जो लोग इसका व्यापार कर रहें हैं वे देश के सबसे बड़े धनवान होते जा रहें हैं। इसकी मूल समस्या है हमारे अन्दर का ज्ञान जो गलत दिशा से अर्जित की हुई है।
पूरा लेख इस लिंक को चटका कर देंखे।
शुक्रवार, 13 फ़रवरी 2009
भारत में जो किसान सोना पैदा कर रहे हैं वे तो भूखों मर रहें हैं
प्रकाशक: Shambhu Choudhary Shambhu Choudhary द्वारा 8:20 pm
Labels: जीवन उर्जा
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
0 विचार मंच:
हिन्दी लिखने के लिये नीचे दिये बॉक्स का प्रयोग करें - ई-हिन्दी साहित्य सभा