शुक्रवार, 18 जुलाई 2008
अपनी निर्मम हत्या की प्रतीक्षा में
मै अजन्मी, माँ की कोख में पल रही,
एक भ्रूण कन्या,
मेरा बाप, जिसने माँ की कोख में/ बोया था बेटा,
अंकुरित हो गई बेटी।
अब मेरी हत्या की योजना बना रहा है,
माँ को बहला-फुसला कर मना रहा है।
आगे देखें - बहस : भ्रूण हत्या
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